Sunday, 2 February 2014

मंगल भवन अमंगल हारी


                                         मंगल भवन अमंगल हारी
                                          द्रवहु सुदसरथ अचर बिहारी
                                   राम सिया राम सिया राम जय जय राम - २

हो, होइहै वही जो राम रचि राखा
को करे तरफ़ बढ़ाए साखा
हो, धीरज धरम मित्र अरु नारी
आपद काल परखिये चारी
हो, जेहिके जेहि पर सत्य सनेहू
सो तेहि मिलय न कछु सन्देहू
हो, जाकी रही भावना जैसी
रघु मूरति देखी तिन तैसी
रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
हो, हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता
कहहि सुनहि बहुविधि सब संता
राम सिया राम सिया राम जय जय राम

1 comment:

  1. महाशक्तिशाली हनुमान जी के हनुमान चालीसा का महत्व हिन्दू धर्म में अत्यंत है जो गोस्वामी तुलसीदास जी के रामचरितमानस से लिया गया है . जय श्री बालाजी महाराज

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