ॐ
भूर्भुव
स्वः
तत्
सवितुर्वरेण्यं
भर्गो
देवस्य
धीमहि
धियो
यो
नः
प्रचोदयात
भावार्थ
: उस सर्वरक्षक प्राणों से
प्यारे, दु:खनाशक,
सुखस्वरूप श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक,
देवस्वरूप परमात्मा को हम
अंतरात्मा में धारण
करें... तथा वह
परमात्मा हमारी बुद्धि को
सन्मार्ग की ओर
प्रेरित करें...
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