Friday, 16 November 2012

तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो....twameva mata cha pita twameva


त्वमेव माता पिता त्वमेव, त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव,
त्वमेव विद्या, द्रविणं त्वमेव, त्वमेव सर्वं ममः देवदेवा ||

तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो, तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो |
तुम्ही हो साथी, तुम्ही सहारे, कोई अपना सिवा तुम्हारे.
तुम्ही हो नय्या, तुम्ही थे वैयाँ, तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो |

23 comments:

  1. I don't think it's right Hindi meaning

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  2. it is incorrect
    Adhura gyan andhkaar

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  3. ‒इस श्लोकके दो अर्थ होते हैं‒(१) आप ही माता हो, आप ही पिता हो, आप ही बन्धु हो, आप ही सखा हो, आप ही विद्या हो, आप ही धन हो, हे देवदेव ! मेरे सब कुछ आप ही हो । (२) मेरी माता भी आपका स्वरूप है, मेरे पिता भी आपके स्वरूप हैं, मेरे बन्धु भी आपके स्वरूप हैं, मेरे सखा भी आपके स्वरूप हैं, मेरी विद्या भी आपका स्वरूप है, मेरा धन भी आपका स्वरूप है, हे देवदेव ! मेरा सब कुछ आपका ही स्वरूप है ।

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  4. Kuch bhi matlab mat likh do bhai.. Padho हिंदी aur संस्कृत ko pahle..
    @Amit in the comments has written it rightly.
    Thanks

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  5. Chimkandi galat likha hai Amit u are great

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  6. Wrong❌️❌️❌️❌️

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