Wednesday, 28 November 2012

मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती……man tera mandir aankhen diya bati



मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बातीहोटों की थालीयाँ बोल फुल पाती ||
रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती आरती मैया आरती
  ज्योतावाली माँ तेरी आरती.....
 हे महालक्ष्मी माँ गौरी तु अपने आप है चारी
तेरी कीमत तु ही जाने तु बुरा भला पहचाने
ये कहते दिन और रातें तेरी लिखी ना जाये बातें
कोइ माने या ना माने हम भक्त तेरे दिवाने ...
तेरे पावँ सारी दुनियाँ पखारती
मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बातीहोटों की थालीयाँ  बोल फुल पाती |
रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती आरती मैया आरती ||
ज्योतावाली माँ तेरी आरती....
हे गुणवती सतवंती हे पदवती रसवंती
मेरी सुनना ये विंनती मेरा चोला रंग बंसती
हे दुखःभजंन सुखदाती हमे सुख देना दिन रात्री
जो तेरी महिमा गाये मुँह माँगी मुरादे पाये
हर आँख तेरी और निहारती
मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती,  होटों की थालीयाँ , बोल फुल पाती |
रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती आरती मैया आरती ||
ज्योतावाली माँ तेरी आरती.....
हे महाकाल महाशक्ती हमे दे दे ऐसी भक्ती
हे जगजननी महामाया है तु ही धूप और छाया
तू अमर अजर अविनाशी तु अनमिट पू्र्णमासी
सब करके दुर अंधेरे हमे बक्क्षों नये सवेरे
तु तो भक्तों की बिगडी सँवारती
मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बातीहोटों की थालीयाँ  बोल फुल पाती ||
रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती आरती मैया आरती
ज्योतावाली माँ तेरी आरती.....
तेरे पाँव सारी दुनियाँ पखारती
लाटा वाली माँ तेरी आरती
हर आँख तेरी और निहारती
ज्योतावाली माँ तेरी आरती
तु तो भक्तों की बिगडी सँवारती......

 

No comments:

Post a Comment